16 जनवरी को जो प्रतिकार सभा धरना स्थल पर चल रहे प्रतिकार यज्ञ की पूर्णाहूति के बाद आयोजन किया स्वामी आनंद स्वरूप
धर्मनगरी हरिद्वार में हुई धर्म संसद में विवादित बयान देने के कारन जेल गए जितेंद्र नारायण त्यागी (वसीम रिजवी) की आज जमानत याचिका खारिज हो गई है जिसके बाद अनशन पर बैठे स्वामी यती नरसिंहानंद गिरी व स्वामी अमृतानंद ने अब कोर में कमेटी के आग्रह के बाद अनशन को समाप्त करते हुए सत्याग्रह का रूप दे दिया है।
धर्म संसद के आयोजकों में से एक रहे और कोर कमेटी के सदस्य स्वामी आनंद स्वरूप ने जानकारी देते हुए बताया कि कोर कमेटी की सदस्य बैठक के बाद जब पता चला कि जितेंद्र नारायण त्यागी वसीम रिजवी की जमानत याचिका एक बार फिर से निरस्त हो गई है उसके बाद अनशन पर बैठे स्वामी यति नरसिंहानंद गिरि व अमृतानंद की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए कोर कमेटी के आग्रह से के बाद दोनों ही संतों ने जल ग्रहण कर लिया है स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि अब यह लड़ाई काफी लंबी चलने वाली है जिसके लिए हमें दोनों ही संतों की अति आवश्यकता है ऐसे में हमारे द्वारा छोटी सी गलती भी विरोधियों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है इसी को देखते हुए हमने दोनों संतो से आग्रह किया था कि वह जल ग्रहण करना प्रारंभ करें और दोनों ही संतों ने इसे मान लिया है कल यानी 16 जनवरी को जो प्रतिकार सभा धरना स्थल पर चल रहे प्रतिकार यज्ञ की पूर्णाहूति के बाद आयोजन किया जाएगा जिसे अब सुख में रूप में किया जाएगा