हरिद्वार में छठ पर्व पर श्रद्धा और उल्लास से मनाया गया खरना
हरिद्वार। गंगा के पावन तट पर छठ महापर्व की पावन धूम देखने को मिली।
आज छठ पर्व के दूसरे दिन, जिसे खरना के नाम से जाना जाता है, व्रती महिलाओं ने पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ व्रत को संपन्न किया। खरना के दिन व्रती महिलाएं दिनभर निर्जल उपवास रखने के बाद संध्या के समय पूजा-अर्चना करती हैं और भगवान सूर्य से परिवार और समाज की मंगलकामना करती हैं।
आज हरिद्वार में गंगा घाटों के आसपास का माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। व्रती महिलाओं ने दिनभर कठिन उपवास रखने के बाद शाम को मिट्टी के चूल्हे पर प्रसाद के रूप में गुड़ की खीर, रोटी और अन्य पारंपरिक पकवान बनाए। खरना की पूजा के दौरान उन्होंने पूरे विधि-विधान से पूजा की और परिवार के सुख-समृद्धि के लिए भगवान सूर्य और छठी मईया की आराधना की। इस अवसर पर एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर मंगलकामनाओं का आदान-प्रदान भी किया गया।
व्रती महिला ललिता मिश्रा ने बताया, “छठ पर्व केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह देश और समाज के कल्याण की भावना से जुड़ा हुआ है। मैं इस व्रत को अपनी संतान और समाज की भलाई के लिए रखती हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि इस पर्व के माध्यम से प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट की जाती है और सभी की खुशहाली की कामना की जाती है।
वहीं, व्रती निर्मला तिवारी और प्रीति मंजरी ने अपनी आस्था को प्रकट करते हुए कहा, “छठ पर्व परिवार की खुशहाली और कल्याण के लिए विशेष महत्व रखता है। यह व्रत पुत्र और पति की लंबी आयु के लिए भी किया जाता है। साथ ही, इस पर्व से प्रकृति और पर्यावरण के प्रति श्रद्धा प्रकट की जाती है।” उन्होंने बताया कि छठ पूजा में साफ-सफाई और शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है, क्योंकि यह पर्व प्रकृति के संरक्षण और मानव जीवन में उसकी अहमियत को रेखांकित करता है।
हरिद्वार के गंगा घाटों पर विशेष सजावट की गई थी और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए ताकि पर्व शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में मनाया जा सके। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बावजूद श्रद्धा और भक्ति का माहौल हर किसी के चेहरे पर नजर आया।
खरना के दिन के बाद अब व्रती महिलाएं 36 घंटे का निर्जल व्रत रखेंगी और अगली सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत संपन्न करेंगी। इस अवसर पर श्रद्धालुओं में उत्साह और उमंग देखते ही बनता था, और चारों ओर भक्ति के गीत और छठ मैया के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही थी।
हरिद्वार में छठ पर्व का यह विशेष दिन समाज को एकजुट करने और परिवार को एक-दूसरे के प्रति प्रेम और समर्पण का संदेश देने का माध्यम बना।
निर्मला तिवारी,प्रीति मंजरी,ललिता मिश्रा
रानी चौबे, काव्या तिवारी, सौम्या तिवारी,कंचन किरन,गीता, रेणु सिंह,कृष्ण प्रसाद सिंह,मनीष रंजन,मयंक रंजन,आयुष्मान तेजस्वी,आनंद आनंद मयी श्री ,अनामिका रंजन,अद्वैत रंजन
शालिनी मिश्रा,अदिति मिश्रा ,विशाल मिश्रा, आरव मिश्रा आदि मौजूद रहे।