गुप्त नवरात्रों में मां भगवती की आराधना करने से होती है मनवांछित फल की प्राप्ति- श्री महंत रवींद्रपुरी
हरिद्वार, 30 जून। गुप्त नवरात्र के पांचवे दिन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पूरी महाराज ने मनसा देवी मंदिर में मां भगवती की पूजा अर्चना कर विश्व शांति की कामना की। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड राज्य में गतिमान चार धाम यात्रा एवं आगामी कावड़ मेला के सकुशल संपन्न होने की कामना मां भगवती से की।
श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि साधना और तंत्र उपासना के लिए अत्यंत शुभ समय गुप्त नवरात्रि होता है। इस दौरान मां भगवती की गुप्त रूप से की गई उपासना भक्तों को मनवांछित फल प्रदान करती है और जीवन की समस्त बाधाओं को दूर करती है।
उन्होंने कहा कि यह नवरात्र विशेषकर उन साधकों के लिए महत्वपूर्ण होता है जो तांत्रिक साधनाओं, मंत्र सिद्धि और शक्ति पूजन के मार्ग पर अग्रसर होते हैं। यह काल देवी उपासना के लिए गोपनीय एवं अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है।
श्री महंत रवींद्रपुरी महाराज ने भक्तों से आह्वान किया कि वे इन नौ दिनों में नियम श्रद्धा और संयम के साथ मां दुर्गा के नो स्वरूपों की आराधना करें, और प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती, चंडी पाठ या कवच का पाठ अवश्य करें। उन्होंने कहा कि यदि श्रद्धा पूर्वक गुप्त नवरात्र की उपासना की जाए तो रोग, ऋण, व बाधाए स्वत ही समाप्त हो जाती है।
उन्होंने यह भी बताया कि गुप्त नवरात्रों में तंत्र साधनाएं या हवन मां बगलामुखी,तारा, छिन्नमस्ता,या धूमादेवी की आराधना से अद्भुत सिद्धि प्राप्त की जा सकती है, लेकिन यह साधनाएं योग्य गुरु के मार्गदर्शन में करनी चाहिए।अंत में उन्होंने भक्तों को संदेश दिया कि गुप्त नवरात्र केवल सिद्धियों का मार्ग नहीं, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति और आत्मिक शुद्धि का भी सशक्त माध्यम है।