
आस्था, धर्म और संस्कृति का प्रमुख केंद्र बनेगा शिवालय निकेतन ट्रस्ट-सांसद डा.सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज
हरिद्वार, 29 जून। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के महामंडलेश्वर एवं उन्नाव सांसद डा.सच्चिदानन्द हरि साक्षी महाराज
ने कहा कि समाज के लिए जीवन समर्पित करने वाले संत महापुरूषों का अपना कुछ नहीं होता। संत महापुरूष केवल ज्ञान का संचय करते है और उसे भी समाज को समर्पित कर देते हैं। श्यामपुर स्थित शिवालय निकेतन ट्रस्ट के भूमि भूजन एव शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथी डा.सच्चिदानन्द हरि साक्षी महाराज ने कहा कि आश्रम और मंदिर भगवान का घर हैं। स्वामी विपनानन्द एवं स्वामी नागेंद्र महाराज द्वारा निर्मित किया जा रहा शिवालय निकेतन ट्रस्ट आस्था, धर्म और संस्कृति का प्रमुख केंद्र बनेगा। जिसके लिए दोनों संत बधाई के पात्र हैं। समारोह की अध्यक्षता करते हुए निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि हरिद्वार संतों की नगरी है। संतों की वाणी से प्रसारित होने वाले आध्यात्मिक संदेशों से पूरे विश्व को मार्गदर्शन प्राप्त होता है। स्वामी विपनानन्द एवं स्वामी नागेंद्र महाराज को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि शिवालय निकेतन ट्रस्ट धर्म, अध्यात्म और सेवा संस्कृति के केंद्र के रूप में स्थापित होगा। स्वामी विपनानन्द एवं स्वामी नागेंद्र महाराज ने सभी संत महापुरूषों एवं अतिथीयों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अखाड़े, आश्रम, और मठ मंदिर सनातन धर्म के मान बिन्दु हैं। सभी संत महापुरूषों के आशीर्वाद से शिवालय निकेतन ट्रस्ट के माध्यम से समाज को धर्म और अध्यात्म की प्रेरणा देने के साथ सनातन धर्म की सेवा संस्कृति को आगे बढ़ाया जाएगा। महामंडलेश्वर स्वामी भास्कारानंद महाराज एवं महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि परोपकार के लिए जीवन समर्पित करने वाले संत महापुरूषों ने राष्ट्र की एकता अखण्डता कायम रखने में हमेशा अहम भूमिका निभायी है। महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती, महंत दर्शन भारती एवं महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को गंगा स्वच्छता के प्रति जागरूक करते कहा कि गंगा भारत की धरोहर और आस्था का केंद्र है। सभी मिलकर सहयोग करेंगे तो गंगा अवश्य ही निर्मल और अविरल होगी। समारोह का संचालन करते हुए महामंडलेश्वर हरिचेतनानन्द ने कहा कि स्वामी विपनानन्द व स्वामी नागेंद्र महाराज विद्वान संत हैं। सुमित, अंकुर त्यागी, दुबई के समाजसेवी मजाहिर अब्बास रिजवी, सचिन पराशर, अतुल शर्मा, प्रभात रंजन, विमल श्रीवास्तव, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश राजवीर राठी, विशाल वर्मा, भोपाल सिंह, अमित वालिया, हिमांशु वालिया, रक्षित वालिया, तनुज सहगल, जसविन्दर कौर ने सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।
समारोह में स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, स्वामी सहजानन्द पुरी, स्वामी प्रबोधानंद गिरी, स्वामी गर्व गिरी महाराज, महंत दर्शन भारती, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, महंत राघवेंंद्र दास, स्वामी ज्योर्तिमयानंद सहित सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूष एवं श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।