
गोरखाली महिला कल्याण समिति ने आयुर्वेद, योग और भारतीय संस्कृति के क्षेत्र में आचार्य बालकृष्ण को महत्वपूर्ण योगदान के लिए किया सम्मानित

गोरखाली महिला कल्याण समिति ने आयुर्वेद, योग और भारतीय संस्कृति के क्षेत्र में आचार्य बालकृष्ण के महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें किया सम्मानित

यह सम्मान 28 दिसंबर 2025 को हरिद्वार के बैरागी कैंप में समिति द्वारा आयोजित वनभोज एवं सांस्कृतिक महोत्सव में अन्यत्र किसी आवश्यक कारणों के कारण अनुपस्थित रहे थे इसीलिए गोरखाली महिला कल्याण समिति ने आज आचार्य बालकृष्ण जी महाराज को उनके आयुर्वेद, योग और भारतीय संस्कृति के क्षेत्र में आचार्य बालकृष्ण के महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया हैl
इस अवसर पर बोलते हुए आचार्य जी ने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक आयोजन समाज को अपनी जड़ों से जुड़ा रखने और सकारात्मक सामाजिक चेतना विकसित करने में सहायक होते हैं। इस अवसर पर पदम प्रसाद सुबेदी जी ने कहा कि वनभोज कार्यक्रम का उद्देश्य गोरखाली समाज की एकता और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना भी था। इस अवसर पर बोलते हुए पदमा पाण्डेय अध्यक्ष गोरखली महिला कल्याण समिति ने कहा कि वनभोज गोरखाली समाज की समृद्ध परंपरा का प्रतीक है और इसे भावी पीढ़ी तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है।
आचार्य बालकृष्ण पतंजलि योगपीठ के महासचिव हैं और वे स्वास्थ्य, शिक्षा व सामाजिक कार्यों में सक्रिय रूप से संलग्न हैं। समिति ने उनके इन्हीं जनहितकारी कार्यों को मान्यता देते हुए उन्हें सम्मानित किया।
इस अवसर पर मिलने वालो मे पदम प्रसाद सुबेदी, कमल खड़का कमला सुबेदी, पदमा पाण्डेय,शारदा सुबेदी,सपना खड़का, हरिप्रसाद पराजूली आदि उपस्थित रहे l
