
पुण्य तिथी पर संत समाज ने दी ब्रह्मलीन महंत लक्ष्मण दास को श्रद्धांजलि
जीवन में गुरू का स्थान सर्वोच्च है-महंत रघुवीर दास
हरिद्वार, 4 नवम्बर। ब्रह्मपुरी स्थित श्री वशिष्ठ दूधाधारी सप्तऋषि आश्रम के ब्रह्मलीन महंत महामंडलेश्वर लक्ष्मण दास महाराज की पुण्य तिथी आश्रम के महंत जयराम दास महाराज के संयोजन एवं संत महापुरूषों के सानिध्य में समारोह पूर्वक मनायी गयी। इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए महंत रघुवीर दास महाराज ने कहा कि जीवन में गुरू का स्थान सर्वोच्च है। महंत जयराम दास जिस प्रकार अपने ब्रह्मलीन गुरूदेव ब्रह्मलीन लक्ष्मण दास महाराज की परंपरांओं को आगे बढ़ा रहे है। उससे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। महंत सूरज दास ने कहा कि त्याग, तपस्या और सेवा की प्रतिमूर्ति ब्रह्मलीन महंत लक्ष्मण दास महाराज उच्च कोटि के संत थे। समाज में धर्म जागरण करने में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। महंत जयराम दास महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें गुरू के रूप में ब्रह्मलीन महंत लक्ष्मण दास महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। पूज्य गुरूदेव से प्राप्त ज्ञान और शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए समाज को धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर करने के साथ आश्रम की सेवा परंपरा का विस्तार करना ही उनके जीवन का लक्ष्य है। इस अवसर पर महंत प्रेमदास, महंत सूरजदास, महंत बिहारी शरण, महंत गणेश दास, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, स्वामी दिनेश दास, स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत गंगादास, महंत तुलसीदास, महंत रामेश्वर दास, महंत श्यामदास, अर्जुन रास महाराज, विमल दास महाराज, पुजारी दयाराम दास महाराज सहित बड़ी संख्या में संत महापुरूष और श्रद्धालु मौजूद रहे।
