
संतों की तपस्थली है उत्तराखंड-श्रीमहंत रविंद्रपुरी
श्रीमहंत रविंद्रपुरी एवं स्वामी कैलाशानंद गिरी ने किए केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के दर्शन
हरिद्वार, 13 अक्तूबर। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी तथा निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने केदारनाथ धाम के दर्शन पूजन कर विश्व शांति और सभी के कल्याण की कामना की। दोनों संतों ने बद्रीनाथ धाम में भी पूजा अर्चना की और भगवान नारायण से उत्तराखंड और पूरे देश को आपदाओं से राहत प्रदान करने की प्रार्थना की।
इस दौरान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि समस्त संसार भगवान शिव से उत्पन्न होता है और उनमें ही समाहित हो जाता है। परम् कल्याणकारी भगवान शिव संसार के खेवनहार हैं। श्रद्धा और भक्ति भाव से भगवान शिव की शरण में आने वाले सभी भक्तों का कल्याण होता है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड संतों की तपस्थली है। करोड़ों भक्तों की आस्था के केंद्र पवित्र चारों धाम उत्तराखंड में स्थित है। प्रतिवर्ष लाखों लोग चारों धाम के दर्शन करने आते हैं। जिससे सनातन धर्म को गति मिलती है।
निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि भगीरथ की कठोर तपस्या के बाद स्वर्ग से पृथ्वी पर आयी मां गंगा के वेग को अपनी जटाओं में संभालने वाले भगवान शिव सदैव संसार का कल्याण करते हैं। श्रद्धा और विश्वास से भगवान शिव का ध्यान करने मात्र से ही सभी कष्टों का निवारण हो जाता है। इसलिए प्रत्येक सनातनी को शिव आराधना अवश्य करनी चाहिए।