किसानों की समस्याएं दूर करना सरकार का दायित्व-ऋषिपाल अंबावता
हरिद्वार, 12 जून। भारतीय किसान यूनियन अंबावता का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन एवं चिंतन शिविर बृहष्पतिवार को संपन्न हो गया। शिविर में किसानों की समस्याओं पर व्यापक विचार विमर्श के उपरांत राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रेषित किया गया। भाकियू अंबावता के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने बताया कि तीन दिन चले राष्ट्रीय अधिवेशन और चिंतन शिविर में देश के कई राज्यों के संगठन पदाधिकारियों और हजारों किसान शामिल हुए और समस्याओं पर व्यापक विचार विमर्श के उपरांत कई प्रस्ताव पारित किए गए। जिसमें संगठन को मजबूत करने, किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ करने, एमएसपी पर कानून बनाने, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं निःशुल्क करने, वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाकर 5 हजार रूपए करने सहित कई मांगे शामिल हैं। अंबावता ने कहा कि किसानों की समस्याएं दूर करना सरकार का दायित्व है। किसान मजबूत होगा तो देश आगे बढ़ेगा। लेकिन सरकार किसानों के हितों पर ध्यान देन के बजाए देश में पूंजीवाद को बढ़ावा देने में लगी है। जिसका भाकियू अंबावता डटकर विरोध करेगी और किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने बताया कि किसानों की तमाम मांगों को लेकर जल्द ही संगठन के प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री व कृषि मंत्री से मुलाकात करेंगे।
इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव रामपाल सिंह अंबावता, प्रवीन अंबावता, उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी सचिन चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र प्रधान, दिल्ली प्रदेश अध्क्ष अनिल चौधरी, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष दिलबाग हुड्डा, हरियाण प्रभारी चुहड़ सिंह रावत, रमन पंवार, नसीर खान, परशुराम प्रधान, तौफीक प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चौधरी, बलविन्द्र बाजवा, अनीस गाजी, आदि सहित तमाम पदाधिकारी व किसान मौजूद रहे।
किसानों की समस्याएं दूर करना सरकार का दायित्व-ऋषिपाल अंबावता
