
श्री स्वामिनारायण आश्रम में किया घर सभा सत्संग का आयोजन
राष्ट्र की एकता अखण्डता बनाए रखने में स्वामिनारायण सम्प्रदाय की अहम भूमिका-श्रीमहंत रविंद्रपुरी
संतों से प्राप्त ज्ञान को आचरण में धारण करने से होता है कल्याण-़
स्वामी हरिवल्लभदास शास्त्री
हरिद्वार, 22 सितम्बर। भूपतवाला स्थित श्री स्वामिनारायण आश्रम में घर सभा सत्संग का आयोजन किया गया। श्री स्वामिनारायण आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी हरिवल्लभदास शास्त्री महाराज की अध्यक्षता में आयोजित सत्संग में मुख्य अतिथी अखिल भारतीय अखाड़ा एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी, स्वामी नित्यस्वरूपदास शास्त्री, भारत माता मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, बाबा हठयोगी सहित अनेक संत तथा ब्रह्मचारी शामिल हुए।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि परोपकार और सेवा के लिए जीवन समर्पित करने वाले संतों के विचारों को आत्मसात करने से सद्विचारों का उदय होता है। जिससे आदर्श समाज का निर्माण होता है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखण्डता बनाए रखने में स्वामिनारायण सम्प्रदाय की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि समाज को सांस्कृतिक रूप से एकुजुट करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए स्वामिनारायण सम्प्रदाय से हाल ही में पिछड़े समाज के दो संतों को महामंडलेश्वर की उपाधि प्रदान की है। स्वामी हरिवल्लभदास शास्त्री महाराज के सानिध्य मे संचालित मानव सेवा प्रकल्प सभी के लिए प्रेरणादायी हैं।
श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी हरिवल्लभदास शास्त्री महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों के सानिध्य में सत्संग से प्राप्त ज्ञान को आचरण में धारण करने से जीवन का कल्याण होता है। सभी बाधाएं दूर होती हैं, प्रत्येक कार्य में सफलता प्राप्त होता है। जीवन सहज व सरल हो जाता है। इसलिए सभी को सत्सग का लाभ अवश्य उठाना चाहिए।
महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी एवं बाबा हठयोगी ने कहा कि संतों के सत्संग से धर्ममार्ग पर दृढ़ रहने की प्रेरणा मिलती है। घर सभा सत्संग के माध्यम से श्रद्धालु भक्तों को दिव्य आनंद की अनुभूति कराने के लिए श्री स्वामिनारायण आश्रम बधाई का पात्र है।
स्वामी आनन्द स्वरूप दास महाराज ने सभी संतों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया और बताया कि स्वामिनारायण आश्रम की देश भर में स्थित सभी शाखाओं में घर सभा सत्संग का आयोजन कियाा जा रहा है। इसी कड़ी में हरिद्वार में भी सत्संग का आयोजन किया जा रहा है।