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राष्ट्र की एकता अखंडता कायम रखने में संत समाज की अहम भूमिकास्वामी कैलाशानंद गिरी

Bystaruknews

Aug 19, 2025

राष्ट्र की एकता अखंडता कायम रखने में संत समाज की अहम भूमिकास्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार, 19 अगस्त। श्यामपुर कांगड़ी स्थित श्री श्याम बैकुंठ धाम के पीठाधीश्वर स्वामी श्याम सुंदर महाराज ने निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी, जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी, जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी से भेंट कर श्री बैकुठ धाम पधारने का आमंत्रण दिया।
निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने श्री दक्षिण काली मंदिर पहुंचने पर स्वामी श्याम सुंदर महाराज का माता की चुनरी और नारियल भेंटकर स्वागत कर आशीर्वाद दिया। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि हिंदू समाज को सांस्कृतिक रूप से एकजुट कर राष्ट्र की एकता अखंडता कायम रखने में संत समाज की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार सनातन धर्म संस्कृति पर आघात पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उसे देखते हुए संत समाज को एकजुट होना होगा। स्वामी श्याम सुंदर महाराज ने कहा कि संत का भेष धारण कर समाज को गुमराज कर रहे कुछ कालनेमियों की वजह से संत समाज की छवि धूमिल हो रही है। मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट एवं अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कालनेमियों के खिलाफ कार्रवाई का जो प्रस्ताव रखा है। समस्त संत समाज उससे सहमत है और एकजुट होकर संत समाज की छवि धूमिल करने वालों को जवाब देगा। इस दौरान महामंडलेश्वर डा.स्वामी राजेश्वदास महाराज, स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्चारी, अंजना माता मंदिर के महंत स्वामी सतीश गिरी भी मौजूद रहे।

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने मुख्यमंत्री को दी जन्म दिवस की शुभकामनाएं
दुबई प्रवास पर पूज्य गुरुदेव का दिव्य प्रवचन कार्यक्रम भक्तों के लिए एक अलौकिक और अविस्मरणीय अवसर सिद्ध हुआ। हज़ारों श्रद्धालु भक्तगण बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ गुरुजी के पावन सान्निध्य में एकत्रित हुए और उनकी वाणी एवं आशीर्वचन का लाभ प्राप्त किया।
पुण्य तिथी पर संत समाज ने दी ब्रह्मलीन श्रीमहंत रघुवीर सिंह व श्रीमहंत गुरूबचन सिंह को श्रद्धांजलिविद्वान संत थे ब्रह्मलीन श्रीमहंत रघुवीर सिंह व श्रीमहंत गुरूबचन सिंह- श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह

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