विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है सनातन धर्म-श्रीमहंत रामशरण दास
हरिद्वार, 18 अगस्त। श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के महामंत्री श्रीमहंत रामशरण दास महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है। बैरागी कैंप स्थित श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े में संतों की बैठक के दौरान श्रीमहंत रामशरण दास महाराज ने कहा कि संत समाज ने हमेशा ही समाज का मार्गदर्शन करने में मुख्य भूमिका निभायी है। समाज में धर्म और अध्यात्म का प्रचार कर लोगों को सद्मार्ग पर अग्रसर करना संत समाज का मुख्य कार्य है। श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्धन के साथ समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के साथ समरता का वातावरण बनाने और हिंदू समाज को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करने में प्रमुख निभा रहा है। उन्होंने कहा कि 2027 में होने वाले हरिद्वार कुंभ मेले में अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज के नेतृत्व में सभी वैष्णव अखाड़े एकजुट होकर धर्म प्रचार करने के साथ कुंभ मेले को दिव्य व भव्य रूप से संपन्न कराएंगे। बैठक में महंत रामदास, महंत गोविंददास, महंत रामजी महाराज, महंत लंकेश दास, महंत अमित दास सहित कई संत महंत मौजूद रहे।
विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है सनातन धर्म-श्रीमहंत रामशरण दास
