महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित महापर्व है-स्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार, 23 जुलाई। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी की पूरे सावन चलने वाली शिव आराधना निरंतर जारी है। बुधवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने श्री दक्षिण काली मंदिर स्थित शिव मंदिर में विभिन्न प्रकार के पुष्पों से शिवलिंग का श्रंग्रार कर गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, भांग, धतूरा, विल्व पत्र आदि से भगवान शिव का जलाभिषेक किया। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि त्रिदेवों में भगवान शिव का स्थान सर्वोच्च है। मां पार्वती भगवान शिव की शक्ति हैं। सभी देवी देवता भगवान शिव की आराधना करते हैं। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित महापर्व है। महाशिवरात्रि पर पूर्ण विधि विधान से भगवान शिव का जलाभिषेक करें। इस दौरान माता पार्वती का भी ध्यान अवश्य करें। ऐसा करने से महादेव शिव और माता पार्वती दोनों प्रसन्न होते हैं। शिव और शक्ति की सम्मिलित कृपा साधक को प्राप्त होती है। जिससे परिवार में सुख समद्धि का वास होता है। कष्टों से छुटकारा मिलता है। सभी कार्यो में सफलता मिलती है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने कहा कि गुरूदेव की साधना का समापन श्रावण पूर्णिमा को सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों के सानिध्य में गंगातट पर विशेष अनुष्ठान के साथ होगा।
महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित महापर्व है-स्वामी कैलाशानंद गिरी
