भाकियू अंबावता के तीन दिवसीय अधिवेशन में होगी खेती किसानी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा
हरिद्वार, 9 जून। मंगलवार से अलकनंदा मैदान पर शुरू हो रहे भारतीय किसान यूनियन अंबावता के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में किसानों किसानों की समस्याओं पर चर्चा करने के साथ प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। भाकियू अंबावता के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अम्बावता ने बताया कि केंद्र सरकार किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है और उनके हितों को कुचलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के चलते पूरे देश में किसान समस्याओं से जूझ रहे हैं। किसानों की उनकी फसलों का उचित दाम नहीं मिल रहा है। जबकि बिचौलिए लाभ उठा रहे हैं। केंद्र सरकार ने किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से एमएसपी पर गांरटी कानून बनाने का वादा किया था। जिसे सरकार ने आज तक पूरा नहीं किया है। गन्ना मिलों पर किसानों का करोड़ों रूपया बकाया है। किसान लगातर कर्ज के जाल में फंस रहा है। लेकिन वोट बैंक की राजनीति कर रही भाजपा किसान हित में कोई कदम उठाने का तैयार नहीं है। चौधरी ऋषिपाल अम्बावत ने कहा कि हरिद्वार में आयोजित किए जा रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में देश खेती किसानी से जुड़ी तमाम समस्याओं पर व्यापक चर्चा की जाएगी और प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। राष्ट्रीय प्रवक्ता आरके त्यागी ने बताया कि अधिवेशन के सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। अधिवेशन में देश के सभी राज्यों से किसान भाग लेंगे। आरके त्यागी ने कहा कि भाकियू अंबावता और भाकियू टिकैत से निकाले गए लोग फर्जी किसान संगठन बनाकर भोले भाले किसानों को लूट रहे हैं। ऐसे संगठनों पर सरकार और प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
भाकियू अंबावता के तीन दिवसीय अधिवेशन में होगी खेती किसानी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा
