-प्रयागराज महाकुंभ से लौटे निरंजनी अखाड़े के संत, हरिद्वार में हुआ भव्य स्वागत

– प्रयागराज महाकुंभ से काशी होते हुए हरिद्वार लौटे तपोनिधि श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के संतों का हरिद्वार में भव्य स्वागत किया गया।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज और अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज के सानिध्य में रेलवे स्टेशन पर संतों की अगवानी की गई। श्रद्धालुओं और अनुयायियों ने ढोल-नगाड़ों और पुष्पवर्षा के साथ संत समाज का अभिवादन किया।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा, “प्रयागराज में तीन महीने के महाकुंभ में भाग लेने के बाद हमारी परंपरा के अनुसार काशी जाकर होली मनाई और अब हरिद्वार लौट आए हैं।” उन्होंने आगे बताया कि 2027 हरिद्वार में होने वाले अर्धकुंभ को महाकुंभ की तर्ज पर भव्य रूप दिया जाएगा, जिससे इसकी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक भव्यता और अधिक बढ़ेगी।
रेलवे स्टेशन से संतों की भव्य शोभायात्रा शिवमूर्ति और तुलसी चौक होते हुए अखाड़े तक पहुंची, जहां पारंपरिक विधियों से पूजन और स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। स्वागत के उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा जिसमें हजारों श्रद्धालुओं प्रसाद ग्रहण करेंगे। हरिद्वार के इस ऐतिहासिक आयोजन ने संत परंपरा और अखाड़ों की गौरवशाली विरासत को एक बार फिर जीवंत कर दिया।श्रीमहंत नीलकंठ गिरी, श्रीमहंत प्रकाश पुरी, श्रीमहंत रामचरण गिरी, श्रीमहंत हरगोविंद पुरी, श्रीमहंत धनंजय भारती, श्रीमहंत राकेश गिरी, श्रीमहंत राजगिरी आदि पंचपरमेश्वरों के सानिध्य में जमात का वापस लौटने पर रेलवे स्टेशन, शिवमूर्ति, तुलसी चौक पर संतों और श्रद्धालु भक्तों द्वारा ढोल नगाड़ों के साथ पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत करने के बाद शोभायात्रा के रूप में अखाड़े में लाया जाएगा।