संतों व श्रद्धालुओं ने किया ब्रह्मलीन उषा माता एवं ब्रह्मलीन महादेव महाराज को नमन
संत समाज की दिव्य विभूति थे ब्रह्मलीन उषाा माता एवं स्वामी महादेव महाराज
-स्वामी रविदेव शास्त्री
श्रवणनाथ नगर स्थित जय मां आश्रम में आयोजित संत समागम में सतों व श्रद्धालुओं ने जय मां मिशन की संस्थापक ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर उषा माता महाराज और उनके शिष्य ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज का भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया। इस अवसर पर स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर उषा माता महाराज एवं ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज संत समाज की दिव्य विभूति थे। ब्रह्मलीन स्वामी महादेव महाराज ने अपनी गुरूदेव ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर उषा माता महाराज द्वारा स्थापित जय मां मिशन की सेवा संस्कृति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। धर्म संस्कृति और मानव सेवा में ब्रह्मलीन उषा माता महाराज एवं उनके शिष्य स्वामी महादेव महाराज का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। स्वामी हरिहरानंद एवं स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि ने कहा कि संत महापुरूषों ने हमेशा ही समाज को कल्याण की राह दिखायी है। ब्रह्मलीन उषा माता महाराज एवं स्वामी महादेव महाराज दिव्य महापुरूष थे। सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए मानव सेवा का संकल्प लेना चाहिए। जय मां मिशन की अध्यक्ष साध्वी शरण ज्योति मां एवं साध्वी जीवन ज्योति मां ने कहा कि ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामंडलेश्वर उषा माता महाराज एवं ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी महादेव महाराज त्याग, तपस्या और सेवा की प्रतिमूर्ति और महान संत थे। सेवा कार्यो के साथ देश की एकता अखण्डता बनाए रखने में ब्रह्मलीन उषा माता महाराज एवं स्वामी महादेव महाराज का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए सेवा कार्यो का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, स्वामी दिनेश दास, स्वामी विपनानंद, स्वामी नागेंद्र महाराज, स्वामी शिवम महंत, स्वामी गोपालानंद, साध्वी शरण ज्योति मां, साध्वी जीवन ज्योति मां, साध्वी शीतल ज्योति मां, साध्वी शरद ज्योति मां, साध्वी परम् ज्योति मां, साध्वी पूजा ज्योति मां, साध्वी दिव्य ज्योति मां, सुभाष बहल, अनिल कुमार, रेखा, संजय कुमार, जगदीश चावला, बबीता हांडा, पंडित गणेश सहित कई संत महापुरूष व श्रद्धालु मौजूद रहे।