• Wed. Sep 17th, 2025

Star uk news

अपना उत्तराखंड

भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है महाशिवरात्रि-स्वामी कैलाशानंद गिरी

Bystaruknews

Aug 2, 2024

भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है महाशिवरात्रि-स्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार, 2 अगस्त। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी की पूरे सावन माह चलने वाली शिव साधना 11वें दिन भी जारी रही। श्री दक्षिण काली मंदिर प्रांगण में शिव साधना कर रहे स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने सावन शिवरात्रि के अवसर पर विभिन्न प्रकार पुष्पों से शिवलिंग का श्रंग्रार किया और गंगाजल मिश्रित पंचामृत व अन्य द्रव्यों से भगवान शिव का जलाभिषेक किया। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। महाशिविरात्रि को भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना पूजन करने से साधक को उनका आशीर्वाद और कृपा की प्राप्ति होती है। जिससे जीवन मंगलमय हो जाता है। परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि भगवान शिव और माता पार्वती ही इस संसार की परम् शक्ति हैं। शिव और शक्ति की कृपा जिस पर हो जाती है। उसका जीवन संवर जाता है। जीवन में किसी प्रकार का कोई अभाव नहीं रहता है। प्रत्येक कार्य सफलतापूर्वक संपन्न होता है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए पूर्ण समर्पण भाव से उनकी आराधना करें। भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा आराधना अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन भवसागर से पार हो जाता है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि श्री दक्षिण काली मंदिर में भगवान शिव और माता भगवती साक्षात रूप से विराजमान हैं। मंदिर में दर्शन और पूजन के लिए आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं भगवान शिव और माता भगवती पूरी करते हैं।

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने मुख्यमंत्री को दी जन्म दिवस की शुभकामनाएं
दुबई प्रवास पर पूज्य गुरुदेव का दिव्य प्रवचन कार्यक्रम भक्तों के लिए एक अलौकिक और अविस्मरणीय अवसर सिद्ध हुआ। हज़ारों श्रद्धालु भक्तगण बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ गुरुजी के पावन सान्निध्य में एकत्रित हुए और उनकी वाणी एवं आशीर्वचन का लाभ प्राप्त किया।
पुण्य तिथी पर संत समाज ने दी ब्रह्मलीन श्रीमहंत रघुवीर सिंह व श्रीमहंत गुरूबचन सिंह को श्रद्धांजलिविद्वान संत थे ब्रह्मलीन श्रीमहंत रघुवीर सिंह व श्रीमहंत गुरूबचन सिंह- श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed

Sory