स्वामी निराकारी संप्रदाय सत बाबा साहिब सरयुदास जी महाराज की 190 वीं पुण्यतिथि
साकेतवासी मं.मं. स्वामी जगन्नाथ जी महाराज की 41 वीं पुण्यतिथि
साकेतवासी श्री महंत पूर्ण दास जी महाराज की 17 वीं पुण्यतिथि
हरिद्वार जगन्नाथ धाम में स्वामी अरुण दास महाराज जी के पावन सानिध्य में निरंकारी संप्रदाचार्य संत बाबा साहब सरयुदास जी महाराज साकेतवासी महंत स्वामी जगन्नाथ महंत पूर्णदास जी महाराज सत बाबा साहिब सरयुदास जी महाराज की 190 वीं पुण्यतिथि
साकेतवासी मं.मं. स्वामी जगन्नाथ जी महाराज की 41 वीं पुण्यतिथि
साकेतवासी श्री महंत पूर्ण दास जी महाराज की 17 वीं पुण्यतिथि की पुण्यतिथि पर सभी 13 अखाड़े के संत महापुरुषों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए दिव्य आत्मा बताया इस अवसर पर संत समागम में बोलते हुए महंत अरुण दास महाराज ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि ब्रह्मलीन गुरुदेव महाराज युवा संतों के प्रेरणासोत्र है वह दिव्य संत थे स्वामी अरुण दास ने कहा कि गुरु से प्राप्त ज्ञान और संत परंपराओं का अनुसरण करते हुए समाज का मार्गदर्शन करने के साथ धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान कर रहे जो सभी के लिए प्रेरणादाई है
स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि स्वामी अरुण दास महाराज जी के सानिध्य में जगन्नाथ धाम में कई सेवा के कार्य किए जाते हैं और स्वामी अरुण दास अपने गुरु की परंपराओं को आगे बढ़ा रहे हैं उन्होंने सदा संत महापुरुषों का आशीर्वाद लेकर अपने गुरु के बताए मार्ग पर चलकर जगन्नाथ धाम को ऊंचाइयों तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई है उनके जैसा होनहार शिष्य सभी गुरु जनों को प्राप्त ताकि वह संत अपने गुरु के सभी कार्यों को पूर्णकर अपने आश्रम को ऊंचाइयों तक ले जाने में कामयाब हो
महंत रगुवीर दास महंत सूरज दास महाराज महंत नारायण दास पटवारी ने कहा कि सत बाबा साहिब सरयुदास जी महाराज की 190 वीं पुण्यतिथि
साकेतवासी मं.मं. स्वामी जगन्नाथ जी महाराज की 41 वीं पुण्यतिथि
साकेतवासी श्री महंत पूर्ण दास जी महाराज की 17 वीं पुण्यतिथि महान और दिव्य आत्मा थे उनके अचानक चले जाने से संत समाज को जो छाती हुई है उसे कभी पूरा किया नहीं जा सकता उनके बताएं रास्ते पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी महंत रगुवीर दास महाराज ने कहा कि स्वामी त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे उन्हें समय-समय पर याद करना ही हमारे जीवन का मुख्य उद्देश्य है क्योंकि वह संत समाज के प्रेरणास्रोत थे उन्हें कभी बुलाया नहीं जा सकता आज इस श्रद्धांजलि समारोह में स्वामी अरुण दास सहित आश्रम के सभी ट्रस्टियों ने सभी संत महापुरुषों का फूल माला पहनकर स्वागत किया और अपने गुरु को याद करके उन्हें नमन किया इस अवसर पर स्वामी रवि देवेश शास्त्री स्वामी हरिहरानंद स्वामी दिनेश दास महंत सूरज दास महंत बिहारी शरण स्वामी अंकित शरण स्वामी रामकृष्ण स्वामी शिवानंद भारती महंत दुर्गादास बाबा हठयोगी महंत प्रेमदास महंत विष्णु दास महंत जसविंदर सिंह गंगा सेवा धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी निर्मल दास महाराज महंत धर्मदास महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी सतपाल ब्रह्मचारी संजय महंत सहित कई संत महापुरुषों ने ब्रह्मलीन संतो को भाव विहीन श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें दिव्या आत्मा बताया