ऋषिकेश में मुनिकीरेती के तपोवन इलाके में चारमंजिला घर में मिली दो मजारों को हटाने की कार्रवाई तो कर दी गई है लेकिन संतों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा.. वरिष्ठ संत और हरिद्वार के भीमगोड़ा में जगन्नाथ धाम के परमाध्यक्ष महंत अरुण दास ने मामले की उच्चस्तरीय जाँच की मांग की है। वरिष्ठ संत अरुण दास का कहना है कि ऋषिकेश जैसे धार्मिक स्थल पर रातो रात आखिरकार यह 2 मजारें कैसे बन गई और इसके पीछे कौन कौन सी हिन्दू और सनातन विरोधी ताकतें हैं.. इसका खुलासा होना बहुत जरुरी है। महंत अरुण दास का कहना है कि मामले में यह बात सामने आई है कि कोई गैर हिन्दू यहां रह रहा था.. और रातों रात उसने ना केवल चार मंजिला भव्य मकान तैयार कर दिया बल्कि दो मजारें भी बना दी गईं.. ऐसे में इन धार्मिक स्थलों पर सक्रिय ऐसे तत्वों को उखाड़ फेकना चाहिए।