जेई ऐई पेपर और पटवारी पेपर लीक मामले एसआईटी ने की कार्रवाई तीन आरोपी गिरफ्तार कल होने वाली पटवारी परीक्षा को लेकर पुलिस अलर्ट
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में जेई ऐई पेपर और पटवारी पेपर लीक मामले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर कनखल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था और इसकी जांच एसआईटी कर रही है एसआईटी द्वारा जेई ऐई पेपर लिक मामले में मुख्य आरोपी संजीव दुबे के दो रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया है तो पटवारी पेपर लीक मामले में भी एसआईटी द्वारा राजीव दुबे के मामा सुरेश को गिरफ्तार किया गया वही कल उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में होने वाली पटवारी परीक्षा को देखते हुए हरिद्वार पुलिस प्रशासन पूरा अलर्ट है साथ ही सोशल मीडिया पर परीक्षा को लेकर गलत प्रचार किया जा रहा है इसको लेकर हरिद्वार एसएसपी और एसआईटी पर्यवेक्षण अजय सिंह सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं

हरिद्वार एसएसपी और एसआईटी पर्यवेक्षण अजय सिंह का कहना है कि एसआईटी द्वारा जेई ऐई परीक्षा पेपर लीक मामले में जांच की जा रही है इस मामले में संदीप और अमित नाम के दो आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है जो सहारनपुर के रहने वाले हैं और पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी संजीव दुबे के रिश्तेदार है इनके द्वारा परीक्षा भी दी गई थी और हसनपुर सहारनपुर के साथ हरिद्वार भारत माता मंदिर के पास एक धर्मशाला में परीक्षा दिलवाई थी इनके साथ जो छात्र थे उसकी भी जानकारी हुई है एसआईटी द्वारा इसकी भी जांच की जा रही है वहीं पटवारी पेपर लीक मामले पर इनका कहना है कि इस मामले में एक आरोपी सुरेश की गिरफ्तारी की गई है जो मुख्य आरोपी संजीव दुबे का मामा है बिहारीगढ़ के पास एक रिसोर्ट में 25 से 30 छात्रों कि इसके द्वारा व्यवस्था की गई थी और प्रश्न पेपर पड़वाने में महत्वपूर्ण भूमिका थी
वही कल उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में होने वाली पटवारी परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया पर गलत प्रचार किया जा रहा है इसको लेकर अजय सिंह का कहना है कि पटवारी परीक्षा को लेकर हरिद्वार में 52 सेंटर है जहां पर परीक्षा होनी है इसमें 20 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं हमारे द्वारा सेंटर के आसपास धारा 144 लगाई गई है साथ ही सेंटर के क्षेत्र को जोनल और सेक्टर में डिवाइड किया गया है जिसमें अलग-अलग थाने के प्रभारियों को सुरक्षा का दायित्व दिया गया है इनका कहना है कि सोशल मीडिया पर परीक्षा को टालने कि गलत खबरें फैलाई जा रही है किसी के पास अगर पुख्ता साक्ष्य है तो मेरे व्हाट्सएप नंबर 9411112987 पर भेज सकते हैं साथ ही एसआईटी कार्यालय में भी आकर जानकारी दे सकते हैं मगर बिना साक्ष्यों के आधार पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत प्रचार किया गया तो उनके विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी