सादगी एवं धर्मपरायणता की प्रतिमूर्ति थी माता हीरा बेन-स्वामी कैलाशानंद गिरी
सादगी से मनाया जाएगा निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी का अवतरण दिवस
हरिद्वार, 31 दिसम्बर। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर तथा श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज का 46वां अवतरण दिवस सादगी से मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीरा बेन के निधन के चलते अवतरण दिवस को सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया। आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीरा बेन के निधन से पूरा संत समाज दुखी है। उनके निधन से उपजे शोक के चलते अवतरण दिवस को सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया है। दिवंगत माता हीरा बेन की आत्मशांति की प्रार्थना करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि माता हीरा बेन सरलता, सादगी एवं धर्म परायणता की प्रतिमूर्ति थी। मां गंगा उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दे। उन्होंने कार दुर्घटना में घायल हुए क्रिकेटर ऋषभ पंत के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए मां दक्षिण काली का विशेष पूजन किया गया। मां दक्षिण काली की कृपा से ऋषभ पंत शीध्र ही स्वस्थ्य होकर क्रिकेट मैदान पर अपने बल्ले का जौहर दिखाएंगे। स्वामी कैलाशानंद गिरी के शिष्य अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि एक जनवरी को सादगी से आयोजित किए जा रहे पूज्य गुरूदेव के अवतरण दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज करेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथी होंगे। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, जूना पीठाधीश्वर आचार्य महाण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी, योग गुरू बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज, अखाड़ा परिषद के महामंत्री एवं जूना अखाड़े के संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरी, आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी, महामण्डलेश्वर स्वामी गुरूशरणानंद, कालिका पीठाधीश्वर श्रीमहंत सुरेंद्रनाथ अवधूत, दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहत नारायण गिरी, श्रीमहंत प्रेम गिरी, शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, हरिद्वार विधायक मदन कौशिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, पूर्व विधायक संगीत सोम, स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, कथा वाचक स्वामी ज्ञानानंद महाराज, महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, महामण्डलेश्वर स्वामी कपिल मुनि, महंत रूपेंद्र प्रकाश, श्रीमहंत रामरतन गिरी, समाजसेवी पवन शर्मा सहित अनेक संत महापुरूष व गणमान्य लोग शामिल होंगे।