
शिव को पाना है तो श्रद्धाभाव से उनके शरणागत होना होगा-साध्वी अनन्या सरस्वती


हरिद्वार, 4 अगस्त। साध्वी अनन्या सरस्वती ने कहा कि शिव ही सत्य और सनातन हैं। शिव को पाना है तो पूर्ण श्रद्धाभाव से उनके शरणागत होना होगा।
परमार्थ आश्रम में 26 दिन से अखंड शिव आराधना कर रही साध्वी अनन्या सरस्वती ने कहा कि समदृष्टि से पूरे संसार को देखने वाले भगवान शिव को प्रसन्न करना अत्यंत सरल है। जो व्यक्ति मन, वचन और कर्म से भगवान शिव के शरणागत होकर उनकी आराधना करता है। शिव अपने उस भक्त की श्रद्धा और भाव से प्रसन्न होकर सबकुछ प्रदान कर देते हैं। शिवकृपा से वह इस धराधाम पर सभी सुखों का अधिकारी बनता है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव को प्रकृति से बेहद लगाव है। उन्होंने अपना निवास भी संसार के कोलाहाल से दूर कैलाश पर बनाया है। भगवान शिव केवल सावन में कैलाश छोड़कर हरिद्वार आते हैं और कनखल में दक्षेश्वर महादेव के रूप में विराजमान रहकर संसार का संचालन करते हैं। शिव कृपा से सभी का अवश्य कल्याण होगा।