भगवान आशुतोष का प्रिय माह है सावन-स्वामी कैलाशानंद गिरी
हरिद्वार, 1 अगस्त। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सावन भगवान आशुतोष का प्रिय माह है। सावन में प्रतिदिन शिव आराधना करना विशेष फलदायी है। श्री दक्षिण काली मंदिर में शिव आराधना के दौरान स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि शिव आदि, अनादि, अनंत, अखण्ड है। जीवन के सारे तत्व शिव में निहित हैं। शिव तत्व का अनुभव करने के लिएउच्च इंद्रियों की जागृति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव को ऊं नमः शिवाय मंत्र अत्यधिक प्रिय है। ऊ नमःशिवाय का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। तनाव से छूटकारा मिलता है। अशांत मन नियमित जप से स्थिर हो जाता है और अपार शांति का अनुभव होता है। उन्होंने कहा कि सृष्टि में 9 ग्रह और 27 नक्षत्र हैं। शिव तत्व पीठासीन ऊर्जा है और ग्रहों को नियंत्रित करती है। जिसके प्रभाव से हानिकारक ग्रहां का प्रभाव दूर होता है। स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा कि शिव आराधना अनंत फल प्रदान करने वाली है। आवश्यकता समर्पण भाव से आराधना करने की है। जो व्यक्ति पूर्ण समर्पण भाव से भगवान शिव के शरणागत होकर उनका ध्यान ओर उपासना करता है। उसे भगवान शिव की अनंत कृपा की प्राप्ति होती है।
भगवान आशुतोष का प्रिय माह है सावन-स्वामी कैलाशानंद गिरी
