भगवान शिव ही संसार के पालनहार हैं-स्वामी भास्करानंद
हरिद्वार, 24 जुलाई। महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज ने कहा कि भगवान शिव ही संसार के पालनहार हैं। शिव महापुराण कथा भक्त को शिव तत्व से जोड़ती है। भूपतवाला स्थित जगदीश स्वरूप आश्रम में आयोजित शिव महापुराण कथा का श्रवण कराते हुए कथाव्यास स्वामी भास्करानंद महाराज ने कहा कि भगवान शिव आदि अनादि हैं। जब संसार में कुछ नहीं था। तब शिव ही थे। जगत के कण-कण में शिव समाहित हैं। भगवान शिव की महिमा और भक्ति का वर्णन करने वाली शिव महापुराण कथा का श्रवण करने से वंश में वृद्धि होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवान शिव को समर्पित सावन के महीने में शिव महापुराण कथा का आयोजन ओर श्रवण बहुत फलदायी है। स्वामी भास्करानंद महाराज ने कहा कि भगवान शिव कल्याण और सुख के मूल स्रोत हैं। शिव महापुराण कथा कल्पवृक्ष के समान है। जो व्यक्ति जिस भावना के साथ कथा का श्रवण करता है। भगवान शिव की कृपा से उसकी वह कामना अवश्य पूरी होती है। उन्होंने कहा भगवान शिव सच्ची श्रद्धा और भक्ति के अधीन हैं। शिव जब अपने भक्त पर प्रसन्न होते हैं तो उसे संसार का समस्त वैभव प्रदान कर देते हैं। स्वामी अनंतानंद रामजी, महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने भी श्रद्धालु भक्तों को शिव महिमा से अवगत कराया। कथा के मुख्य यजमान दर्शनलाल गर्ग, अनीता गर्ग, विक्रांत गर्ग, श्रेया गर्ग, साहिल गर्ग, मीनाक्षी गर्ग, सैफी गुप्ता, भगवानदास गुप्ता, पुष्पा देवी, पर्व गर्ग, वंश गर्ग ने शिव महापुराण का पूजन कर कथाव्यास से आशीर्वाद लिया।
भगवान शिव ही संसार के पालनहार हैं-स्वामी भास्करानंद
