
मां कामाख्या देवी की शक्ति से बड़ी कोई शक्ति नहीं है-श्रीमहंत रविंद्रपुरी
हरिद्वार, 24 जून। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि मां कामाख्या देवी की शक्ति से बड़ी संसार में कोई शक्ति नहीं है। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज व आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्र स्वामी बालकानंद गिरी के साथ मां कामाख्या देवी मंदिर में विशेष अनुष्ठान में शामिल होने पहुंचे अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महराज ने कहा कि मां कामाख्या देवी मंदिर अदभूत चमत्कारी मंदिर है। मंदिर में श्रद्धाभाव के साथ पूजा अर्चना करने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं मां कामाख्या देवी के आशीर्वाद से पूरी होती हैं। संतों के लिए भी मां कामाख्या देवी मंदिर का विशेष महत्व है। पूरे देश के संत महापुरूष अनुष्ठान व जप तप के लिए यहां आते हैं। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि मंदिर परिसर में असंख्य कबूतर हैं। जो संतों और भक्तों के ऊपर बैठते हैं। ऐसी मान्यता है कि कबूतरों पर किसी ऊपरी शक्ति का असर नहीं होता है और मां कामाख्या देवी मंदिर में आने वाले जिस भक्त के ऊपर कबूतर बैठ जाते हैं। उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिस कमरे में वे ठहरे हुए हैं। उस कमरे में भी बहुत सारे कबूतर हैं। जो अकसर उनके ऊपर आकर बैठ जाते हैं। जब कबूतर उनके ऊपर बैठते हैं तो उन्हे दिव्य अनूभूति होती है। निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज एवं आनन्द पीठाधीश्वर स्वामी बालकानंद गिरी ने बताया कि मां कामाख्या देवी की शक्ति से बड़ी कोई शक्ति नहीं है। महाशक्ति का अवतार मां कामाख्या देवी साक्षात शक्ति स्वरूपा हैं। तमाम तंत्र साधक कामाख्या देवी मंदिर में तंत्र साधना के लिए आते हैं। मां कामाख्या देवी भक्तों को सुख समृद्धि और आरोग्य प्रदान करती हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखण्डता के लिए 51 शक्ति पीठ में एक मां कामाख्या देवी मंदिर में सात दिवसीय विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है। इस दौरान स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी भी मौजूद रहे।