


विषय भारत सरकार के स्वक्ष भारत अभियान को उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग,हरिद्वार ने लगाई ब्रेक /उत्तराखंड व उत्तरप्रदेश के संपत्ति विवाद में सार्वजनिक शौचालय की भेंट चढ़ी सुनिए इस वीडियो में जिसके द्वारा बनाया जा रहा था
जनकदेव चेरिटेबल सोसाइटी दिल्ली द्वारा भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वक्ष भारत मिशन अभियान में सहभागी बनकर देश के कई राज्यों में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण व संचालन का कार्य कर रही है । इसी क्रम में उपरोक्त सोसाइटी द्वारा उत्तराखंड सिंचाई विभाग से अनुमति लेकर दिसंबर 2024 से रोड़ी वेलवाला विष्णुघाट में शौचालय निर्माण का कार्य कर रही थी जो लगभग पूरा हो चुकी थी । चारधाम यात्रा, कांवड़ यात्रा व 2027 के अर्द्ध कुंभ में तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए इस शौचालय का निर्माण सोसाइटी द्वारा की जा रही थी । लेकिन उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग, हरिद्वार को ये सब रास नहीं आया और बिना किसी स्थानीय प्रशासन की सूचित किए एवं बगैर ध्वस्तिकरण का आदेश दिए शौचालय पर बुलडोजर चला कर ध्वस्त कर भारत सरकार के स्वक्ष भारत अभियान को हरिद्वार में ब्रेक लगा दी । ध्वस्तीकरण के समय मौके पर सोसाइटी का कोई भी पदाधिकारी नहीं थे । स्थानीय लोगों द्वारा विरोध करने पर उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग के कर्मचारी द्वारा योगी का बुलडोजर है कह कर लोगों में भय पैदा किया । इसकी सूचना सोसाइटी के पदाधिकारी को मिलते ही 112 नंबर पर पुलिस को सूचित कर मौका पर पहुंचते ही सभी कर्मचारी अपनी मोटर साइकिल स्कूटी छोड़कर इधर उधर छुपते हुए फरार हो गए । जब इस संदर्भ में सोसाइटी के प्रेसिडेंट सुनील शर्मा से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि वो शौचालय निर्माण के लिए भूमि लेने का प्रस्ताव सिंचाई विभाग उत्तराखंड के कार्यालय। में 2023 ने दी थी । पिछले कई महीनों से कार्यालय का चक्कर काटने के बाद दिसंबर 2024 में हमे अनुमति मिली जमीन का मासिक किराया भी समय से भुगतान कर रहा हूं । हमारी संस्था ने कोई होटल, दुकान या मकान का अपने लिए निर्माण नहीं किया है । यह जमीन हमे बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर पॉलिसी के तहत मिली थी जिसे कुछ वर्षों में संचालन कर संपत्ति को संबंधित विभाग को हैंडओवर करना पड़ेगा । मौके पर मौजूद संस्था के कार्य की गति विधि को देखने वाले विजय सिंह ने बताया कि इस सार्वजनिक जन सुविधा के निर्माण में लगभग 21 लाख रुपए का खर्च हुआ है जिसे शर्मा जी ने अपने दिल्ली द्वारिका वाले मकान को बेच कर किया है । मौके पर एडवोकेट सोहन सिंह , रावतजी, प्रदीप नेगी के साथ सैकड़ों लोगों ने उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग के गुपचुप तरीके से की गई इस कार्रवाई के विरोध में अपना बयान दर्ज कराया । अब देखना होगा इस मामले में सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा क्या कार्रवाई होती है या इसे इसे नया बनाया जाता है यह देखने वाली बात अभी तक इस मामले उत्तर प्रदेश चाहिए विभाग द्वारा कुछ कहा नहीं नहीं गया है ह