विद्वान संत हैं स्वामी निर्मलदास-महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद

हरिद्वार, 8 अप्रैल। भूपतवाला स्थित स्वामी नारायण आश्रम में स्वामी निर्मलदास महाराज का अवतरण दिवस संत समाज व श्रद्धालुजनों की उपस्थिति में सादगी से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि निर्मल जल के समान जीवन व्यतीत करने वाले संतों का अपना कुछ नहीं होता है। समाज की सेवा और भक्तों के कल्याण के लिए जीवन अर्पित करने वाले युवा संत स्वामी निर्मल दास महाराज विद्वान संत हैं। सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। कथाव्यास आनंद स्वामी ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार के साथ स्वामी निर्मलदास महाराज देश को सांस्कृतिक व आध्यात्मिक रूप से एकजुट करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि स्वामी निर्मलदास महाराज समाज को ज्ञान की प्रेरणा देने के साथ राष्ट्र निर्माण में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। स्वामी हरिहरानंद महाराज ने कहा कि देश की एकता अखंडता कायम रखने में संत महापुरूषों की अहम भूमिका रही है। स्वामी निर्मल दास महाराज विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से समाज के जरूरतमंदों की सेवा में उल्लेखनीय योगदान कर रहे हैं। स्वामी निर्मलदास महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूज्य गुरूजनों की शिक्षा और उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए मानव कल्याण करना ही उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य है। इस अवसर पर संत जगजीत सिंह, आनन्द स्वामी, महंत धर्मदास, स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत कपिल मुनि, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास, स्वामी शिवम महंत, स्वामी योगेश दास, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद रहे।