स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज बने निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर
संत समाज ने तिलक चादर प्रदान कर दी शुभकामनाएं
अखाड़ा परंपरा को आगे बढ़ाएंगे महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी-श्रीमहंत रविंद्रपुरी
विद्वान संत हैं महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी-श्रीमहंत रामरतन गिरी
संत परंपरांओं का पालन करते हुए अखाड़े की उन्नति, धर्म और अध्यात्म का प्रचार करना ही जीवन का उद्देश्य-महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी
हद्विार, 18 नवम्बर। ज्वालापुर स्थित अद्वैत स्वरूप अनमोल आश्रम के महंत स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज को संत समाज और श्रद्धालु भक्तों की उपस्थिति में श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के महामंडलेश्वर पद पर अभिषिक्त किया गया। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज की देखरेख में अद्धैत स्वरूप अनमोल आश्रम में संपन्न हुए पट्टाभिषेक समारोह में अखाड़ों के संत महापुरूषों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूर्ण विधि विधान से तिलक चादर प्रदान कर महंत स्वामी सहजानंद महाराज पूरी का महामंडलेश्वर पद पर अभिषेक किया और उन्हें शुभकामनाएं दी। ब्रह्म कुमरियों ने भी स्वामी सहजानन्द पुरी को शुभकामनाएं दी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने संदेश भेजकर महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज को बधाई दी। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि देश को सांस्कृतिक व आध्यात्मिक रूप से एकजुट करने में संत महापुरूषों ने हमेशा अहम भूमिका निभायी है। निंरजनी अखाड़े के नवनियुक्त महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज आदि गुरू शंकराचार्य द्वारा धर्म रक्षा के लिए स्थापित अखाड़ा परंपरा को आगे बढ़ाने में योगदान देंगे। श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि महंत स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज विद्वान संत हैं। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर के रूप में स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार के साथ अखाड़े की परंपराओं को भी आगे बढ़ाएंगे। विधायक मदन कौशिक ने कहा कि त्यागमयी जीवन व्यतीत करते हुए सदैव समाज कल्याण के लिए तत्पर रहने वाले संत महापुरूष सभी के लिए वंदनीय हैं। महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज अपनी विद्वता से समाज को नई दिशा प्रदान करेंगे। महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी एवं स्वामी केशवानंद महाराज ने कहा कि भक्तों की ज्ञान की प्रेरणा देकर सनातन धर्म संस्कृति को मजबूती प्रदान करना संतों का प्रमुख दायित्व है। महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज संत परंपरांओं का पालन करते हुए सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करेंगे। महंत साधनानंद एवं स्वामी आदियोगी महाराज ने कहा कि संत समाज को पूरा विश्वास है कि महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज अपने तप और विद्वता से समाज का मार्गदर्शन करते हुए सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में अहम भूमिका निभाएंगे। महंत नरेश गिरी, महंत गोविंददास एवं महंत राकेश गिरी ने कहा कि महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज सनातन धर्म को नई ऊंचाईयां प्रदान करने में योगदान करेंगे। महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए निरंजनी अखाड़े द्वारा जो दायित्व उन्हें सौंपा गया है। संत परंपरांओं के अनुरूप उस दायित्व का पालन करते हुए अखाड़े की उन्नति में योगदान और समाज को धर्म और अध्यात्म की प्रेरणा देना ही उनके जीवन का उद्देश्य है। ट्रस्टी अम्बरीष त्यागी व अमित वालिया ने सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर शहर विधायक मदन कौशिक, श्रीमहंत रामरतन गिरी, स्वामी ललितानंद गिरी, स्वामी केशवानंद, महंत साधनानंद, स्वामी आदियोगी, महंत नरेश गिरी, महंत गोविंददास, महंत राकेश गिरी, महंत दामोदर दास, स्वामी निर्मल दास, संत बलवीर सिंह, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी दिनेश दास, निवृतमान पार्षद अनिरूद्ध भाटी, गौरव भाटिया, डा.विशाल गर्ग सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।