फार्मा इंडस्ट्री प्रतिनिधियों को नए नियम और संशोधन की जानकारी
एसोसिएशन ऑफ देवभूमि फार्मा इंडस्ट्रीज उत्तराखंड के तत्वाधान में भारतीय फार्मा कोपिया आयोग के अधिकारियों ने फार्मा कोपिया गुणवत्ता विषय पर फार्मा इंडस्ट्रीज प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। सिडकुल के पेंटागन मॉल स्थित निजी होटल में आयोजित इस एक दिवसीय बैठक में करीब 250 फार्मा इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि शिरकत करने पहुंचे। बैठक में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया राजीव सिंह रघुवंशी ने फार्मा इंडस्ट्री प्रतिनिधियों को नियमों में नए संशोधन की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही सभी को दवाइयों की गुणवत्ता और प्रतिफल के विषय में भी विस्तार से बताया गया।
शनिवार को सिडकुल के निजी होटल में आयोजित बैठक में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया राजीव सिंह रघुवंशी ने फार्मा इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब दिए। साथ ही लोगों को दवाइयों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जागरूक किया। बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए राजीव सिंह रघुवंशी ने कहा कि फार्मा इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों को बताया गया है कि देश में दवाइयों को लेकर बहुत संवेदीकरण हो रहा है। विभिन्न शहरों में पहुंच कर आईपीसी के अधिकारी फार्मा इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों को दवाइयों की गुणवत्ता का महत्व बता रहे है। भारत की 50 फीसदी दवाइयां एक्सपोर्ट होती है। दवाइयों में गुणवत्ता की कमी से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के ब्रांड पर असर पड़ता है। बैठक में दवाइयों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जानकारी दी गई है। बैठक में आईपीसी ने टेक्निकल सत्र लिए है। इस तरह की बैठकों से इंडस्ट्रीज प्रतिनिधियों की समस्या का निवारण होता है। इंडस्ट्रीज प्रतिनिधियों के लिए प्रशिक्षण शुरू किया गया है। सभी इंडस्ट्रीज प्रतिनिधि प्रशिक्षण शुरू करें। बैठक में नए नियम और कानून को लागू करने के विषय में भी बताया गया है। वहीं एकम्स फार्माक्यूटिकल के एमडी संदीप जैन ने बताया की बैठक में दवाइयों की क्वालिटी स्टैंडर्ड की जानकारी दी गई है। नए नियम और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट की जानकारी दी गई है। साथ ही बैठक में इंडस्ट्रीज से जुड़ी समस्याओं का भी समाधान किया गया है। राजीव सिंह रघुवंशी, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया – संदीप जैन, एमडी,