सरकारी जमीन पर बनी दो अवैध मजारे और एक मंदिर ध्वस्त कर दिए गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद अवैध धार्मिक स्थलों के खिलाफ एक बार फिर अभियान शुरू

हरिद्वार में आज सरकारी जमीन पर बनी दो अवैध मजारे और एक मंदिर ध्वस्त कर दिए गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद अवैध धार्मिक स्थलों के खिलाफ एक बार फिर अभियान शुरू हुआ है।

हरिद्वार में प्रशासन ने जमालपुर कलां में प्राइमरी स्कूल के अंदर बनी अवैध मजार को ध्वस्त किया। पहले ही इन अवैध धार्मिक स्थलों को हटाने के लिए जिला प्रशासन ने इनके संचालकों को नोटिस दे दिया था। उसके बाद जगजीतपुर में मेन रोड के किनारे बनी एक मजाक तोड़ी गई। मजार के पास ही ही बने एक मंदिर को भी जिला प्रशासन की टीम ने हटवा दिया। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने काफी सतर्कता बरती और दोनों ओर बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते को रोका गया। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने हरिद्वार में और भी अवैध धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया है। आने वाले समय में उन पर भी कार्रवाई हो सकती है। इससे पहले भी यहां के भूपतवाला में नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण में बाधा बन रहे एक प्राचीन मंदिर को तोड़ा गया था। अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा है कि सरकारी संपत्तियों पर बनाए गए किसी भी तरह के धार्मिक स्थल को बख्शा नहीं जाएगा। यहां जगजीतपुर में नगर निगम की जमीन पर बने मजार और मंदिर को भी हटाया गया। हरिद्वार नगर निगम के मुख्य नगर अधिकारी के अनुसार मजार और मंदिर एक ही परिसर में स्थापित थे जिनको तोड़ने से पहले मजार से जुड़ी वस्तुएं मौलवी को और मंदिर में स्थापित शिवलिंग को पूरे विधि विधान से पंडित जी को सौंप दिया गया.. जिसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। – दयानंद सरस्वती, मुख्य नगर अधिकारी, नगर निगम – अजयवीर सिंह, एसडीएम जूही मनवाल सीओ सिटी हरिद्वार सुरेश तोमर चीफ इंजीनियर प युवा हरिद्वार थाना अध्यक्ष कनखल सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर तैनात थी