मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश होने से निचले इलाकों में गंगा का जलस्तर बढ़ गया जिस कारण हरिद्वार के लक्सर और खानपुर क्षेत्र में कई गांव बाढ़ से प्रभावित हुए इसे स्थानीय निवासियों का लाखों का नुकसान हुआ साथ ही मूलभूत सुविधा ना मिलने से काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया गया था आज मुख्यमंत्री द्वारा हरिद्वार राज्य अतिथि ग्रह डाम कोठी में हरिद्वार जनपद मे हुए जलभराव के संबंध मे राहत और बचाव कार्य की प्रगति समीक्षा को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा निर्देश दिए

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि हरिद्वार जनपद में कई क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हुए हैं उत्तराखंड के जिन क्षेत्रों में भारी बारिश होने से बाढ़ आई है उनका आकलन कराने के बाद हमारे द्वारा आपदा क्षेत्र घोषित किया जाएगा और तीन महीने तक बिजली के बिल और बैंक की किस्तो की वसूली स्थगित की जाएगी इसके साथ ही राष्ट्रीय बैंकों से भी अनुरोध किया जाएगा की तीन माह तक वह भी वसूली ना करें मुख्यमंत्री का कहना है कि आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का आकलन कर प्रभावित लोगों को तुरंत राहत राशि का वितरण किया जाएगा भविष्य में बाढ़ से लोग प्रभावित ना हो इसके लिए हमारे द्वारा कार्य किया जा रहा है इसके लिए जिस क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बना रहता है वहां पर बाढ़ नियंत्रण केंद्र बनाए जाएंगे मुख्यमंत्री का कहना है कि लक्सर क्षेत्र में सोनाली नदी के कारण बाढ़ का खतरा बना रहता है भविष्य में बाढ़ के खतरे से लोगों को राहत देने के लिए बड़े स्तर पर कार्य करने की जरूरत है इसके लिए हमारे द्वारा केंद्र सरकार से भी वार्ता की जाएगी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को डामकोठी में जनपद हरिद्वार में हुये जलभराव के सम्बन्ध में राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने उच्चाधिकारियों के साथ इस सम्बन्ध में विचार-विमर्श कर निरंतर स्थिति पर नजर रखने को कहा।
मुख्यमंत्री ने बैठक में पेयजल, स्वास्थ्य, संचार, विद्युत आदि व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की तथा निर्देश दिये कि जल भराव वाले क्षेत्रों में सभी व्यवस्थायें सामान्य रूप से संचालित हों, यह सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने जलभराव की वजह से फसलों को हुये नुकसान का आकलन करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान किये जाने पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल भराव के कारण पशुओं के लिये चारा आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जाय तथा चारे का पर्याप्त स्टॉक भी रखा जाये।
बैठक में अतिक्रमण की वजह से भी कई जगह हुये जलभराव के सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। इस पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जहां पर भी अतिक्रमण की वजह से दिक्कतें सामने आ रही हैं, आपदा के अन्तर्गत उससे सख्ती से निपटा जाये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बैठक में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने विगत दिनों जनपद के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कुल कितनी बरसात हुई, जिसके कारण जल भराव की स्थिति पैदा हुई, के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लक्सर, रूड़की आदि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव के कार्यों में एसडीआरएफ, जल पुलिस, राजस्व, फायर ब्रिगेट, पुलिस, विभागीय टीम तथा स्वैच्छिक संगठनों सहित 579 सदस्स्यों की कुल 34 टीमें निरन्तर कार्य कर रही हैं तथा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय निकाय, पंचायती राज विभाग द्वारा इन प्रभावित क्षेत्रों में महामारी फैलने से बचाव हेतु बड़े पैमाने पर कीट नाशक का छिड़काव किया जा रहा है, जो हमारे लिये चुनौती भी है। दवाओं का प्रोक्यूरमेंट हमने कर दिया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित संवेदनशील क्षेत्रों में राहत किट, भोजन आदि वितरित किये जा रहे हैं।
जिलाधिकारी ने अवगत करया कि हरिद्वार, रूड़की, लक्सर तथा भगवानपुर के बाढ़ प्रभावित शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावित परिवारों को गृह अनुदान, अनुग्रह अनुदान व अहेतुक मद से 860 लाभार्थियों को 36.27 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जनपद में जल भराव से 15796 व्यक्ति प्रभावित हुये हैं, जिनमें से कई लोग तो रिश्तेदारों व किराये के मकान में शिफ्ट हुये हैं तथा 81 परिवारों को राहत केन्द्र में शिफ्ट किया गया है।
जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग की 52 सम्पत्तियों को हुआ है, जिनमें सभी जगह कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है तथा कार्यदायी सभी संस्थाओं को एडवांस में धनराशि उपलब्ध करा दी गयी है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष, स्वयंसेवी संस्थाओं आदि के माध्यम से जल भराव वाले प्रभावित लोगों की पूरी मदद की जा रही है।
बैठक में मुख्यमंत्री को रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, भगवानपुर विधायक सुश्री ममता राकेश, लक्सर विधायक शहजाद, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व विधायक लक्सर संजय गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चैधरी, भाजपा रूड़की जिला अध्यक्ष शोभाराम प्रजापति आदि ने अपने-अपने क्षेत्रों की स्थिति से अवगत कराया।
इस अवसर पर हरिद्वार नगर विधायक मदन कौशिक, पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानन्द, भाजपा जिला अध्यक्ष हरिद्वार संदीप गोयल, पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ0 जयपाल सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, उपाध्यक्ष एचआरडीए अंशुल सिंह, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल सिटी मजिस्ट्रेट नुकूर वर्मा एसडीम हरिद्वार पूरन सिंह राणा नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती तहसीलदार रेखा आर्य लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर सुरेश तोमर सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।