22वें राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 40वीं वाहिनी पी0ए0सी0 हरिद्वार के सेनानायक ददनपाल को उनकी उत्कृष्ट सेवा का लिये राष्ट्रपति पदक से सुशोभित किया गया
22वें राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 40वीं वाहिनी पी0ए0सी0 हरिद्वार के सेनानायक ददनपाल को उनकी उत्कृष्ट सेवा का लिये राष्ट्रपति पदक से सुशोभित किया गया। ददनपाल को यह पदक महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह के द्वारा पुलिस लाइन देहरादून में आयोजित भव्य कार्यक्रम के दौरान प्रदान किया गया।
ददनपाल द्वारा वर्ष 1988 में बतौर पुलिस उपाधीक्षक उत्तर प्रदेश पुलिस में सेवायोजित हुए। अपने उत्तर प्रदेश पुलिस के सेवाकाल में उनके द्वारा अनेक महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया गया, जिसमें क्षेत्राधिकारी सदर, सोनभद्र, गाजियाबाद, पुलिस उपाधीक्षक प्रशिक्षण पुलिस अकेडमी मुरादाबाद, पी0टी0सी0 सीतापुर, जेड0ओ0 वाराणसी (अभिसूचना शाखा), उप सेनानायक 47वीं वाहिनी पी0ए0सी0, अपर पुलिस अधीक्षक बलिया, भदौली, फिरोजाबाद, ताशगंज, पी0ए0सी0 मुख्यालय उत्तर प्रदेश, सचिवालय उत्तर प्रदेश आदि रहे।
वर्ष 2016 में ददनपाल उत्तराखंड पुलिस में सेवायोजित हुए। उत्तर प्रदेश पुलिस की सेवा के दौरान ददनपाल को प्राप्त अनुभवों का लाभ उत्तराखंड पुलिस को भी मिला। उत्तराखंड में अपने सेवा काल के दौरान अभी तक वह पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी व सेनानायक 31 वीं वाहिनी पी0ए0सी0 रुद्रपुर के पद पर रहे हैं तथा वर्तमान में 40वीं वाहिनी पी0ए0सी0 हरिद्वार में सेनानायक का कार्यभार संभाल रहे हैं।
अपने मृदुभाषी, मिलनसार व्यवहार और अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों के कल्याण के प्रति सदैव सजग रहने वाले ददनपाल के द्वारा जहाँ भी अपनी सेवाएं दी गई वहाँ वे सभी पुलिसजनों के चहेते और सम्मानीनय अधिकारी के तौर पर प्रशिद्ध रहे।
वर्तमान में सेनानायक 40वीं वाहिनी पी0ए0सी के रूप में उनके द्वारा वाहिनी के अधिकारी/कर्मचारियों एवँ उनके परिवारजनों के जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार के लिये कई कार्य किये गए है तथा अनेक प्रयास जारी हैं। ददनपाल के नेतृत्व में वाहिनी में विगत समय मे ही कई बड़े आयोजन कराए जा चुके हैं जिनमें उत्तराखंड पुलिस वाटर स्पोर्ट्स एवं उत्तराखंड एथलीट मीट का आयोजन प्रमुख रहा।
उपवा के अंतर्गत वाहिनी की नारी शक्ति के जीवन मे सकारात्मक बदलाव लाने के लिये ददनपाल की जीवनसंगिनी श्रीमती आभा पाल के द्वारा उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर वाहिनी की महिलाओं के लिये कल्याणकारी कराए जा रहे हैं। दोनों के सम्मिलित सार्थक प्रयासों के परिणाम स्वरूप इस वर्ष 40वीं वाहिनी की उपवा शाखा को महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड एवं पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के द्वारा प्रथम स्थान की ट्रॉफी प्रदान की गई।
श्री ददनपाल को मिले राष्ट्रपति पदक के लिये पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार के साथ साथ अनेक वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा उन्हें बधाई दी गई है।