भारत साधु समाज कार्यकारणी की बैठक सम्पन्न, जगतगुरु शंकराचार्य श्री स्वामी सदानंद सरस्वती को बनाया राट्रीय अध्यक्ष राष्ट्र की एकता अखडंता में संत महापुरुषों की अहम भूमिका: स्वामी केश्वानंद
हरिद्वार, 17 नवम्बर। भारत साधु समाज कार्यकारणी की बैठक गुरु मंडल आश्रम देवपराु चौक हरिद्वार में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता गुरु मण्डल आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी भगवत स्वरूप महाराज ने की। बैठक में भारत साधु समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगत गुरु शंकराचार्य श्री स्वामी सदानंद सरस्वती ने स्वीकृति दी। जो पूर्व में 3 मई 2024 को हुई बैठक में द्वारका पीठाधीश्वर महाराज को भारत साधु समाज के अध्यक्ष पद का प्रस्ताव पारित किया गया था। बैठक में स्वामी केश्वानंद महाराज ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखड़ता कायम रखने में संत महापुरुषों को एकजुट होना पड़ेगा। जिसके राष्ट्र की एकता अखड़ता को बचाया जा सकता है। महामंडलेश्वर भगवत स्वरूप महाराज ने कहा कि 2025 का प्रयागराज महाकुंभ मेला संत महापुरुषों के सानिध्य में सकुशल सम्पन्न होगा। रविवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि स्वर्गा आश्रम स्थित भारत साधु समाज को आध्यात्मिक आश्रम स्थित भारत साधु समाज के आध्यात्मिक योगाश्रम की भूमि विवाद मुक्त हो जाने पर वहां तीर्थ यात्रियों के लिये भव्य धर्मशाला का निर्माण किया जायेगा। जहां सहजता से यात्रियों को निवास एवं भोजन की व्यवस्था मिलेगी। बैठक में भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी केशवानंद महाराज, महामंडलेश्वर श्री कपिल मुनी महाराज, महंत श्री योगी सत्यव्रतानंद, आचार्य श्री स्वामी विवेकानंद, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद, महंत प्रकाशानंद, महंत श्यामदास, महंत सदानंद, महंत विष्णुदास, महामंडलेश्वर डा. रामेश्वरदास, अग्नि अखाडे के सचिव महंत साधनानंद, महंत रघुबीर दास, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि, महंत ब्रह्मचारी कमलानंद, महंत श्री गंगादास, महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरि, महंत रामकुमार दास, महंत किशनदास, डा. श्री संतोष मुनी शास्त्री, स्वामी श्री सूरज मुनी, महंत नामदेव, महंत प्रेमदास, महंत प्रमोददास, स्वामी नरेद्रानंद, महामंडलेश्वर स्वामी गिरिधर गिरी सहित संत महापुरुष उपस्थित रहे।