• Sun. Jun 1st, 2025

Star uk news

अपना उत्तराखंड

सनातन संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के संतों की अहम भूमिका -श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह

Bystaruknews

Jul 3, 2024

सनातन संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के संतों की अहम भूमिका -श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह


संत समाज ने दी निर्मल अखाड़े के ब्रह्मलीन संतों को श्रद्धांजलि
हरिद्वार, 3 जुलाई। श्री पंचायत अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज के संयोजन में अखाड़े के ब्रह्मलीन संतों का भावपूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस दौरान अखाड़े में स्थित गुरूद्वारे में शबद कीर्तन और अखण्ड पाठ का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूष शामिल हुए। इस दौरान सभी संतों ने हाथरस में हुए हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने ब्रह्मलीन संतों को नमन करते हुए कहा कि श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के संतों ने सनातन संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन और भक्तों को ज्ञान की प्रेरणा देकर अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर करने में हमेशा ही अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया है। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि परमार्थ के लिए जीवन समर्पित करने वाले संत महापुरूषों के सानिध्य में ही भक्तों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि अखाड़े के संतों ने गुरू परंपरांओं का पालन करते हुए धर्म रक्षा और मानव कल्याण में सदैव अहम योगदान किया है। हाथरस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार मृतकांे को पर्याप्त मुआवजा दे और घायलों के उपचार की उचित व्यवस्था करे। ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति ना हो इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज के नेतृत्व में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से मानव सेवा में उल्लेखनीय योगदान कर रहा है। जो सभी के लिए प्रेरणादायी है। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी एवं महंत रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के संत प्राचीन काल से ही प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि, महंत गोविंददास, महंत दुर्गादास, स्वामी ऋषिश्वरानंद, महंत अरूण दास, स्वामी कैलाशानंद, महंत मलकियत सिंह, महंत निर्भय सिंह, महंत रंजय सिंह, बाबा महेंद्र सिंह, बाबा करम सिंह, संत दर्शन सिंह, महंत सुरेंद्र सिंह, महंत सुखचैन सिंह, महंत खेमसिंह, संत बलवीर सिंह, समाजसेवी अतुल शर्मा, दीपक जखमोला सहित बड़ी संख्या में संत महापुरूष और श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed

Sory