पुण्यों का उदय होने पर ही मिलता है श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने का अवसर-स्वामी कपिल मुनि
हरिद्वार, 14 अगस्त। कनखल स्थित श्री हरेराम आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि जन्म जन्मांतर के पुण्यों का उदय होने पर ही श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण सौभाग्य प्राप्त होता है। गंगा की तरह पवित्र और निर्मल श्रीमद् भागवत कथा के प्रभाव से पापों का क्षय और पुण्यों का उदय होता है। आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान श्रद्धालु भक्तों को आशीर्वचन प्रदान करते हुए स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान की गंगा है। सद्गुरू के सानिध्य में श्रीमद भागवत कथा के श्रवण से मिले ज्ञान को आचरण में धारण करने से जीवन भवसागर से पार हो जाता है। कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि पतित पावनी श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण और मनन से जीवन बदल जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान को धन, पद व प्रतिष्ठा से प्राप्त नहीं किया जा सकता। भगवान भक्त के प्रेम, श्रद्धा और विश्वास से बंधे हैं। उन्होंने कहा कि जब सुदामा भगवान श्रीकृष्ण से मिलने पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए श्रीकृष्ण स्वयं नंगे पांव दौड़े चले आए और बिना मांगे ही सुदामा को सबकुछ प्रदान कर दिया। कथा यजमान श्रीमती संतोष आचार्य जैन व रविन्द्र शर्मा तथा श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कथा व्यास सहित सभी संतों का शाॅल ओढ़ाकर स्वागत किया। इस अवसर पर कथा संयोजक डा.जितेंद्र सिंह, महंत गोविंद दास, महंत राघवेंद्र दास, महंत दामोदर शरण दास, महंत बलवंत दास, महंत सुदिक्ष्ण मुनि, स्वामी शिव गिरी, वरिष्ठ भाजपा नेता अनिता सिंह, वमी परमेश्वर मुनि, स्वामी कृष्ण मुनि, महंत गंगादास, स्वामी नामदेव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
पुण्यों का उदय होने पर ही मिलता है श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने का अवसर-स्वामी कपिल मुनि
